पंजाब के पूर्व खेल मंत्री के खिलाफ जारी हुआ वारंट
पंजाब के पूर्व खेल मंत्री के खिलाफ जारी हुआ वारंट
– पूरा मामला जानने के लिए पढ़ें यह खबर
शिक्षा फोकस, फिरोजपुर। पंजाब में आए दिन पूर्व मंत्रियों पर गाज गिर रही है और गिरफ्तारियों की तलवार लटकती नजर आ रही है। किसी न किसी मंत्री पर भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और दुष्कर्म के आरोप लगाए जा रहे हैं। ऐसे में पंजाब सरकार के पूर्व खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी को लेकर भी हैरानीजनक खबर सामने आई है।
सोढी पर 40 लाख की धोखाधड़ी करने के आरोप लगे हैं जिसके चलते खेल मंत्री सोढी के खिलाफ वारंट जारी हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार धौलपुर जिले की बाड़ी एम.जी.एम. अदालत ने सोढी को 21 अक्तूबर तक अदालत में पेश होने का आदेश दिया है।
इससे पहले भी अदालत ने राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी को आरोपी करार देते हुए 31 अगस्त 2022 को भी जमानती वारंट जारी किया था और एक महीने के अंदर कोर्ट में पेश होने के लिए कहा था परंतु राणा सोढी अदालत में पेश नहीं हुए जिसके चलते अदालत ने 30 सितंबर को दूसरा जमानती वारंट जारी किया।
मिली जानकारी के अनुसार राणा गुरमीत सोढी पर 2019 में होने वाले चुनावों दौरान 40 लाख में टिकट दिलवाने के आरोप लगे हैं। बाड़ी के नजदीक हवेली पाड़ा की रहने वाली महिला ममता अजर पत्नी मुकेश अजर ने राणी सोढी के खिलाफ अदालत में याचिका दायर की है।
इस दौरान उसने आरोप लगाया कि बाकेंलाल पुत्र किशन लाल निवासी बाड़ी के बरौलीपुरा और पंजाब में रहने वाले उसके भाई हरिचरण जाटव निवासी फिरोजपुर और पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने धौलपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस का टिकट दिलाने का दावा किया था जिसके चलते पार्टी फंड के नाम पर 40 लाख रुपए देने की बात हुई थी और उन्होंने 40 लाख रुपए उक्त आरोपियों को दे दिए।
6 मई को चुनाव भी हो गए परंतु न तो उसे टिकट दिलवाई गई और न ही उसके पैसे वापिस किए। ममता अजर के पति मुकेश अजर ने बताया कि चुनावों के ऐलान के बाद कांग्रेस का टिकट संजय जाटव को मिला। इस मामले में बांकेलाल को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है परंतु हरिचरण जाटव अभी गिरफ्त से बाहर है।
बताया जा रहा है कि बांकेलाल का ममता अजर के ससुराल में आना-जाना था जिसके चलते वह पंजाब में रहते हरिचरण और खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी के संपर्क में आए थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2019 में कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार थी और तब उस सम राणा गुरमीत सोढी खेल मंत्री थे।