सरकारी स्कूलों में बच्चों के कम हो रहे दाखिले पर शिक्षा मंत्री ने दे दिया हैरत भरा ब्यान
सरकारी स्कूलों में बच्चों के कम हो रहे दाखिले पर शिक्षा मंत्री ने दे दिया हैरत भरा ब्यान
– नई सरकार के पहले साल ही सरकारी स्कूलों में 2.04 लाख दाखिले हुए हैं कम
शिक्षा फोकस, चंडीगढ़। पंजाब के सरकारी स्कूलों में इस साल 2 लाख से अधिक दाखिलों में कमी हुई है। बताया जा रहा है कि 2016-17 से सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के दाखिले बढ़ने शुरू हुए थे और पिछले 2 सालों से सरकारी स्कूलों में दाखिला दर तेजी से बढ़ी थी। अब नई सरकार के पहले साल ही सरकारी स्कूलों में 2.04 लाख दाखिले कम हुए है। इस पर पूर्व शिक्षा मंत्री परगट सिंह ने भी मौजूदा शिक्षा मंत्री पर कई बड़े आरोप लगाए हैं।
इसी को लेकर शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान प्रवासी लोग अपने पैतृक घरों में चले गए, जिनके बच्चों की गिनती स्कूलों में कम हो गई। कोविड के दौरान माता-पिता ने बच्चों को प्राईवेट स्कूलों से निकालकर सरकारी स्कूलों में दाखिल करवाया था, अब वहीं बच्चे वापिस प्राईवेट स्कूलों में चले गए हैं। उन्होंने तर्क दिया कि चुनावों के दौरान अफसरशाही ने दाखिलों की तरफ ध्यान नहीं दिया। वहीं बैंस ने कहा कि इस कमी को पूरा करने के लिए अगले साल तक दाखिले के रिकॉर्ड तोड़ देंगे।
शिक्षा मंत्री ने ‘‘मिशन शिक्षा’’ का आग़ाज़ करते हुये आज नंगल की अलग-अलग शैक्षिक संस्थाओं का दौरा किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार की तरफ से राज्य के लोगों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का किया गया वायदा जल्दी ही पूरा किया जायेगा। अपने स्कूल दौरों के मौके पर शिक्षा सुधार पर ज़ोर देते हुये कैबिनेट मंत्री ने कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं। यदि स्कूलों में विद्यार्थियों को अच्छा माहौल मिलेगा तभी बच्चों की सोच रचनात्मक होगी और वह जि़ंदगी में तरक्की कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त शैक्षिक वातावरण होना बेहद लाजि़मी है और विद्यार्थियों को उपयुक्त माहौल प्रदान करना हमारी प्राथमिक जि़म्मेदारी है।
कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने दोहराया कि पंजाब की शैक्षिक संस्थाओं को आदर्श शैक्षिक संस्थाओं के तौर पर विकसित किया जायेगा और सरकारी स्कूलों का स्तर कॉन्वेंट और मॉडल स्कूलों से बेहतर किया जायेगा।