एनआरआइ सुधारेंगे पंजाब में ‘शिक्षा और सेहत’
एनआरआइ सुधारेंगे पंजाब में ‘शिक्षा और सेहत’
– स्वास्थ्य एवं शिक्षा क्षेत्रों में पूँजीगत ढ़ाचा सृजन करने के उद्देश्य से उठाया अनूठा कदम
शिक्षा फोकस, चंडीगढ़। ‘शिक्षा और सेहत’ में सुधार के लिए विदेशों में बसे अप्रवासी भारतीयों की मदद लेगी। एनआरआइ का विश्वास जीतने के लिए पंजाब सरकार बकायदा पंजाब शिक्षा व सेहत फंड नामक ट्रस्ट भी बनाएगी, ताकि शिक्षा और सेहत के लिए दान देने में अप्रवासी भारतीय को कोई हिचक न हो।
अपनी तरह की एक अनूठी पहल के तहत मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब कैबिनेट ने आज राज्य में ‘शिक्षा-और-स्वास्थ्य फंड’ गठित करने के लिए ट्रस्ट डीड को मंजूरी दे दी। इस सम्बन्धी फ़ैसला पंजाब सिविल सचिवालय-1 में मुख्यमंत्री के नेतृत्व अधीन हुई मंत्री समूह की बैठक में लिया गया।
जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस फंड का प्रारंभिक उद्देश्य पंजाब राज्य की भौगोलिक सीमा में स्वास्थ्य एवं शिक्षा क्षेत्रों में पूँजीगत ढाँचों का सृजन करना या अपग्रेडेशन में सहायता करना है, जिससे स्वैच्छित दान के द्वारा लोगों का कल्याण सुनिश्चित बने।
मुख्यमंत्री इस ट्रस्ट के चेयरपर्सन होंगे, जबकि वित्त मंत्री को वाइस चेयरपर्सन, मुख्य सचिव को मैंबर सचिव और स्वास्थ्य, स्कूल शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा विभागों के मंत्रियों को इसमें ट्रस्टी के तौर पर शामिल किया गया है।इस ट्रस्ट के पास सलाह-मश्वरे के लिए मुख्य सचिव के नेतृत्व वाली एक सलाहकार समिति भी होगी।
गैस्ट फेकल्टी और पार्ट टाइम लैक्चररों की छुट्टियों को हरी झंडी
एक अन्य बड़े फ़ैसले में कैबिनेट ने सरकारी कॉलेजों में तैनात गैस्ट फेकल्टी और पार्ट टाइम लैक्चररों को मौजूदा अचनचेत और प्रसूति छुट्टी के साथ-साथ कमाई छुट्टी, आधी तनख़्वाह छुट्टी और असाधारण छुट्टी की मंजूरी दे दी है। गैस्ट फेकल्टी और पार्ट टाइम लैक्चरर लंबे समय से इन छुट्टियों की माँग कर रहे थे। पंजाब सरकार द्वारा दिखाई गई दयालुता के कारण अब इन लैक्चररों की मुश्किलें घटेंगी।